सद्दाम खान/कुसमी
क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाने से कभी भी हो सकता है, बड़ा हादसा..
छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते हुए, बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल की शुरुआत की है।
आपको बता दे कि कुसमी विकासखंड के अंतर्गत सेमरा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्थिति है। जहाँ स्कूली बच्चों भारी संख्या में विद्यार्थियों अपना अध्ययन करते है। स्वामी आत्मानंद सेमरा स्कूल में आने-जाने के लिए वाहन की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसका फायदा ऑटो-टेम्पू संचालक उठा रहे है। बड़ी मात्रा में अधिक संख्या में बच्चों को बैठाने से कभी भी हो सकता है, बड़ा हादसा।
कुसमी से सेमरा स्कूल की दूरी की बात करे तो 2-3 किलोमीटर की दूरी है। स्कूल जाने के लिए विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी सुविधा से व साइकिल व छोटे बच्चों को अभिवाहक स्कूल छोड़ने जाते है, व कुछ विद्यार्थियों पैदल स्कूल आना-जाना करते है। लेकिन सोचने वाली बात यह है, जो बच्चें कुसमी विकासखंड के अंतर्गत गांव से जो बच्चें आते है। जैसे कि कमलापुर, रतासिली, जामटोली, जवाहरनगर, और भी कई ग्राम पंचायत के बच्चें भी कुसमी स्वामी आत्मानंद में अध्यनरत है। अभिवाहको के द्वारा बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए, हर दिन स्कूल घर जाने के लिए ऑटो-टेम्पू वाहन से आना- जाना करते है।

लेकिन यहाँ विडम्बना यह भी है कि, ऑटो-टेम्पू चालकों के द्वारा अपने ऑटो-टेम्पू सीट से ज्यादा संख्या में बच्चों को भर कर स्कूल ले जेने व घर पहुचाया जा रहा है। यहाँ अभिवाहक के साथ-साथ ऑटो-टेम्पू चालक की लापरवाही भी सामने देखी जा रही है। साथ ही शासन-प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही है, की ऑटो जैसे वाहनों में इस तरह से बच्चों को भारी संख्या में भरकर ले जाने की छूट दे दी है। ना तो इन ऑटो-टेम्पू चालको के पास किसी तरह की आरटीओ कोई पासिंग है, न कोई आरटीओ संबंधित दस्तावेज उसके बाद भी धड़ल्ले रूप से अवैध तरीके से ऑटो-टेम्पू वाहन चालक अपनी मनमानी रुप से अधिक मुनाफा को लेकर दुर्घटना को नेवता दे रहे है। अगर किसी तरह की दुर्धटना निर्मित हो जाती है। तो आखरी कार इसका ज़िमेदार कौन होगा।
सवाल यहाँ ये भी खड़ा होता है, ऑटो-टेम्पू चालक के ऊपर इस तरह से अधिक क्षमता में सीट से अधिक बच्चो को बैठाकर अनलीगल तरह से नियम के विरुद्ध करने वाले ऑटो-टेम्पू चालको के ऊपर शासन-प्रशासन को सख्त कार्यवाही करने की जरुरत है।
ताकि भविष्य में किसी प्रकार की घटना-दुर्घटना को छोटे बच्चों के साथ कभी नहो।
साथ ही आपको बता दे कि आज दिनांक 03.08.2023 दिन गुरुवार को जैसे ही सेमरा स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के छोटे-बच्चों की छुट्टी के बाद ऑटो-टेम्पू में सभी बच्चो को घर पहुँचने के लिए ऑटो-टेम्पू स्कूल से आ रही थी तभी कुसमी तहसील के पास ऑटो-टेम्पू में ज्यादा संख्या में छोटे-बच्चे सवार थे।
उसी बीच जगदीश वर्मा सदस्य छ.ग. असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मण्डल छत्तीसगढ़ शासन बलरामपुर मीटिंग में जा रहे उसी दौरान उनकी नजर टेम्पू में भारी संख्या में बैठे छोटे-बच्चों पर नजर पड़ी और ऑटो-टेम्पू चालक को समझाइस दी कि इस तरह से अधिक संख्या में बच्चो को लेकर जाना गलत है। दुर्घटना होती है। तो इसकी जिम्मेदारी किसी है, साथ ही इसकी सूचना कुसमी थाना प्रभारी सुनील केरकेट्टा को दी। जगदीश वार्म सदस्य (छ.ग.) ने उसके बाद कुसमी थाना मुंशी पुलिस-कर्मियों के द्वारा ऑटो-टेम्पू वाहन के चालक के साथ-साथ ऑटो नम्बर व फोन नंबर ली गयी और उसे बच्चों को छोड़कर थाना आने को कहा गया। आगे की कार्यवाही अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन क्या करती है।

आपको बता दे कि इस तरह से ऑटो-टेम्पू में अपने छोटे-नंन्हे बच्चो को अभिवाहक अपने गांव घर से सेमरा स्वामी आत्मानंद अध्ययन के लिए भेजते है। और टेम्पू चालक की मनमानी दीखिए की बेधड़क रूप से किसी की दर न भय्य बच्चों को एक ऑटो-टेम्पू में 20 -25 बच्चों को बैठाकर घर छोड़ने का काम कर रही है। और शासन प्रशासन इस पर चुप्पी साध रहे है। सरवन गुप्ता – कमलापुर के अभिवाहको का कहना है कि हम अपने बच्चों को अपने यहाँ से 8-10 की संख्या में भेजते है, लेकिन ऑटो-टेम्पू चालक की मनमानी है, कि वो 20-25 बच्चो को एक ही ऑटो-टेम्पू में बैठाकर अधिक मुनाफा के चक्कर मे ये काम कर रही है, इस और आरटीओ संबंधित व पुलिस-प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ताकि कोई घटना-दुर्घटना स्वामी आत्मानंद के बच्चों न हो।
क्या कहते है, नव पदस्थ बीईओ कुसमी रामपथ यादव –

देखिए आपलोग के माध्यम से मुझे पता चल रहा है, कि ऑटो टेम्पू में स्वामी आत्मानंद सेमरा स्कूल के बच्चे क्षमता से अधिक संख्या में ऑटो में बैठ रहे। मैं इसके लिए स्वामी आत्मानंद के प्रिंसिपल को तत्काल अभिवाहक पालक लोगों का मीटिंग बुलवाकर इस समस्या को निराकरण करवाने का पूरा प्रयास करूंगा।।