सद्दाम खान/कुसमी
अनुविभागीय पहुँच कर पार्षदों ने एसडीएम के समक्ष नारा लगाया,, गली-गली में शोर है, सीएमओ कमीशन खोर है।
नगर पंचायत के पार्षदों ने कुसमी सीएमओ के मनमानी रवैये से परेशान होकर सभी पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। आज कुसमी के शिव चौक के पास सभी पार्षद एकत्रित होकर ढ़ोल-नगाड़ा के साथ रैली निकालकर नारे-बाजी कर सीएमओ हटाओ नगर पंचायत बचाव, गली-गली में शोर है, सीएमओ कमीशन खोर है सीएमओ के चेहरे की जो लाली है, वो ट्रेक्टर की दलाली है। जैसे नारो से गुंजायमान रहा तथा रैली की रूप में नगर पंचायत पहुँचकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की भनक जैसे ही सीएमओ को लगती है नगर पंचायत के प्रवेश द्वार पर ताला लगवा देता है जिससे सारे पार्षद भड़क जाते हैं और जमकर नारे-बाजी करते है। नगर पंचायत के गेट में ताला लगा दिये जाने के कारण समस्त पार्षदों ने आक्रोस में आकर नारा लगाते हुए कहा कि बेशर्म सीएमओ कुछ तो बोलो, ताला खोलों-ताला खोले के नारे लगे।
आपकों बता दे कि पूर्व में नगर पंचायत कुसमी में समस्त पार्षदो की परिषद बैठक रखी गयी थी, जिसमे सीएमओ एवं नगर पंचायत अध्यक्ष की मिलीभगत से ट्रैक्टर खरीदी में भारी कमीशन खोरी का मामला सामने आया था।

पक्ष-विपक्ष के समस्त पार्षद दलों ने नगर पंचायत सीएमओ व नगर पंचायत अध्यक्ष गोवर्धन राम के ऊपर कमीशन खाने को लेकर जमकर हल्ला करते हुए बैठक का बहिष्कार किया था। जहां 11 लाख की टैक्टर को 18 लाख में खरीदी का मामला सामने आया था। इस विषय को लेकर सभी पार्षदगणों ने जिले में कलेक्टर को आवेंदन देकर जांच व कार्यवाही करने की मांग किया गया था। जो आज दिनांक तक उस आवेंदन मे इन दोनों के ऊपर कोई जांच व कार्यवाही नही किया गया है।
जिसे वजह के इनके हौसलें और भी बुलन्द है।
नतीजा यह है कि नगर पंचायत सीएमओ की मनमानी रैवये बढ़ती जा रहा रही है। अभी बीते दिनांक 25.07.2023 को पीआईसी की बैठक बुलाई थी लेकिन बैठक में अध्यक्ष और अन्य दो पार्षद पहुंचे थे जबकि बैठक के लिए कम से कम अध्यक्ष के अलावा तीन पार्षदों की आवश्यकता होती है। लेकिन सीएमओ ने फिर से अपने अड़ियल रवैए का परिचय देते हुए बैठक में जो मुद्दे थे उन सभी को बिना बहुमत के ही पारित करा लिया। जबकि बैठक में एजेंडा पास करने के लिए बहुमत में कम से कम एक अध्यक्ष समेत तीन पार्षदों की आवश्यकता होती है। यह सब मनमानी रैवये को देखते हुए, नगर पंचायत ऑफिस के सामने समस्त पार्षदों ने सीएमओ के ख़िलाफ नारे-बाजी करते हुए, कुसमी एसडीएम को आवेंदन दिया है और मांग किया गया है कि, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत कुसमी जिला बलरामपुर (छ.ग.) के द्वारा अपने पदस्थापना दिवस से ही नगर पंचायत के पार्षदों को दर-किनार करते हुए मनमाने ढंग से अपने अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए नगर पंचायत के शासकीय मदों की राशि मनमानी तरीके से खरीदी में भारी मात्रा में कमीशन खोरी कर शासन को भारी, मात्रा में क्षति पहुचाने का कार्य किया गया है।

जिसके कारण नगर का विकास कार्य रूक गया है। मनमाने रवैया का उदाहरण यह है कि विगत 25.07:2023 को पीआईसी की बैठक बुलाई गई थी जिसमें मुद्दों पर चर्चा के लिए अध्यक्ष सहित कम से कम चार पार्षदों की उपस्थिति अनिवार्य है। उसके बावजूद भी मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा अडियल रवैया अपनाते हुए मात्र अध्यक्ष सहित दो पार्षदों की उपस्थिति में पीआईसी की बैठक में सारे मुद्दों को पारित करा लिया जाता है। जो कि नियम विरुद्ध हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के अडियल रवैया से नगर पंचायत के समस्त पार्षदों आक्रोश व्याप्त है।
इस सम्बंध में गंभीरता पूर्वक विचार कर उचित कार्यवाही करने की मांग समस्त पार्षदों ने की है। और चेतावनी भी दी है कि सीएमओ के ऊपर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर नगर के विकास के लिए सारे पार्षद सदस्य लड़ाई के लिए तैयार रहेंगे।