Ambikapur News: श्रमिकों ने स्वजनों को जानकारी दी थी कि उन्हें बंधुआ मजदूरों के समान रखा गया है।
अंबिकापुर(SURGUJA TIMES)। सरगुजा जिले के सीतापुर व बतौली क्षेत्र के 19 लोगों को महाराष्ट्र के बीड जिले में बंधक बनाकर कार्य कराए जाने की सूचना पर पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम उंन्हे सकुशल वापस लाने रवाना हो गई है।बंधक लोगों में नाबालिग भी शामिल है।गन्नाा कटाई और खेती के नाम पर इन सभी को ऊंची पगार का लालच देकर ले जाया गया था।वहां जाने के बाद कथित रूप से इन्हें बंधुआ मजदूर की तरह रखा गया है।उनके मोबाइल लूट लिए गए है।भागने का प्रयास करने पर कुछ लोगों से मारपीट भी की गई है।सरगुजा के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नकना के 13 और लुंड्रा थाना क्षेत्र के बरगीडीह के छह लोगों को काम दिलाने के बहाने महाराष्ट्र में बंधक बनाने का आरोप लगा है।इन लोगों को ले जाने वाला व्यक्ति भी लुंड्रा क्षेत्र का ही बताया जा रहा है।

इन्ही के द्वारा सभी को ले जाया गया था और एक व्यक्ति के सुपुर्द कर वापस आ गया। पिछले एक महीना से ये सभी काम करने को मजबूर हैं। बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आते ही प्रशासन ने विशेष टीम का गठन किया है।यह टीम महाराष्ट्र निकल चुकी है।टीम में नायब तहसीलदार कोमल साहू, श्रम निरीक्षक केके प्रजापति, सहायक उप निरीक्षक बालमुकुंद व दो आरक्षक शामिल है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कमीशन लेकर मजदूरों को सौंपा गया या फिर मजदूर खुद कामकाज के उद्देश्य से वहां जाने को तैयार थे।मजदूरों को पहुंचाने के बाद वह व्यक्ति वापस लौट गया था। श्रमिकों ने स्वजनों को जानकारी दी थी कि उन्हें बंधुआ मजदूरों के समान रखा गया है। श्रमिकों के द्वारा प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया गया था। खबर उनके स्वजन के माध्यम से प्रशासन तक पहुंची थी।
इसी आधार पर टीम गठित की गई है।बता दें कि ऊंची पगार और बेहतर काम का झांसा देकर सरगुजा क्षेत्र से लोगों को बाहर ले जाने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं।मानव तस्करी की घटनाएं भी होती है। सरगुजा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि प्रशासन और पुलिस की ओर से संयुक्त टीम बनाई गई है यह टीम सभी को सकुशल वापस लाने के लिए रवाना हो चुकी है।