Ambikapur News:ऐतिहासिक, धार्मिक और विज्ञानी महत्व के तातापानी में तीन दिवसीय मकर संक्रांति महोत्सव (संक्रांति परब) की तैयारियां तेजी से की जा रही है।
अंबिकापुर(SURGUJA TIMES)। ऐतिहासिक, धार्मिक और विज्ञानी महत्व के तातापानी में तीन दिवसीय मकर संक्रांति महोत्सव (संक्रांति परब) की तैयारियां तेजी से की जा रही है। कोरोना के दो वर्ष बाद तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का आयोजन किया जाना है। यहां रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा विकास पथ पर अग्रसर बलरामपुर जिले की उपलब्धियों से भी लोग अवगत हो सकेंगे। महोत्सव सिर्फ मनोरंजन का नहीं शासन की लोक कल्याण की योजनाओं से लोगों को अवगत कराने और पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने का भी माध्यम बनेगा। 14 से 16 जनवरी तक आयोजित होने वाले महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। बलरामपुर जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है।

आयोजन स्थल की साफ-सफाई और परिसर को नया स्वरूप देने के लिए काम तेजी से चल रहा है। बलरामपुर कलेक्टर विजयदयाराम के स्वयं तातापानी महोत्सव को भव्य स्वरूप में आयोजित कराने की तैयारियों में लगे हुए हैं।महोत्सव आरंभ होने से पहले लगातार वे तातापानी का दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा, निर्देश भी जारी कर रहे हैं। गर्म जल स्रोत के कारण न सिर्फ उत्तर छत्तीसगढ़ बल्कि पड़ोसी प्रांत झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों का भी यहां वर्ष भर आना- जाना लगा रहता है। सैलानियों के कारण यहां सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है। प्राचीन शिव मंदिर के मूल अस्तित्व को बरकरार रखते हुए जिला प्रशासन ने यहां कई फीट ऊंची शिव की प्रतिमा स्थापित की है जो अंबिकापुर – रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग से ही नजर आती है। यहां कई गर्म जल के कुंड और तालाब हैं।
सामुदायिक भवन के अलावा सैलानियों की बुनियादी सुविधाओं के लिए जरूरत के सारे सामान भी यहां उपलब्ध रहते हैं। इस बार जिला प्रशासन ने महोत्सव को नया स्वरूप दिया है।सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम ही नहीं बल्कि तीन दिनों तक विभिन्ना लोक कल्याण की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। विभागीय स्टाल से विकास की उपलब्धियां बताई जाएगी।
तीन दिनों तक चलेगा महोत्सव
तय कार्यक्रम के अनुसार 14 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महोत्सव का शुभारंभ करेंगे ।स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी।15 जनवरी को आयोजन स्थल पर किसान मेला,पंच-सरपंच सम्मेलन,स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा।16 जनवरी को स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों का तथा युवा मितान क्लब का सम्मेलन तथा स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रतियोगिता भी होगी । तीन दिनों तक आमंत्रित कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। नामचीन कलाकारों की तातापानी के मंच से प्रस्तुति दी जाएगी।
इसलिए प्रसिद्ध है तातापानी
अंबिकापुर-रामनुजंगज राष्ट्रीय राजमार्ग -पर जिला मुख्यालय बलरामपुर से 12 किलोमीटर दूर तातापानी स्थित है। यहां आठ से दस प्राकृतिक गर्म जल के कुंड है इसके अलावा यहां एक विशाल शिव जी की प्रतिमा है जिसे जिला प्रशासन द्वारा बनवाया गया है। स्थानीय भाषा में ताता का अर्थ होता है गर्म इसलिए इस जगह का नाम तातापानी पड़ गया। यहां स्थित गर्म जल कुंड से निकलने वाला पानी इतना गर्म होता है की चावल, अंडे, आलू तक उबाल सकते हैं। विज्ञानियों का मानना है कि इस क्षेत्र में सल्फर की मात्रा अधिक है इसी वजह से यहां से निकलने वाला पानी गर्म होता है। ऐसी मान्यता है कि इन जल कुंडो मे स्नान करने से अनेक चर्म रोग ठीक हो जाते है।
तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आयोजन 14 से 16 जनवरी तक किया जा रहा है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। तीन दिनों तक स्थानीय व आमंत्रित कलाकारों की प्रस्तुति के अतिरिक्त किसान मेला,पंच-सरपंच सम्मेलन,महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों तथा युवा मितान क्लब के सदस्यों का भी सम्मेलन आयोजित होगा।विकास व विभागीय योजनाओं पर आधारित स्टाल भी लगाए जाएंगे।