SURGUJA TIMES दुर्ग- ईडी के अंतर्राज्यीय फर्जी अफसरों पर दुर्ग पुलिस पड़ी भारी:
पुलिस की 6 टीमें 30 घंटे का ताबड़तोड़ एक्शन ढाई हजार
किलोमीटर दौड़ाई सरकार गाड़ी, 9 आरोपियों को दबोचा।
तो वहीं इसी मामले के 3 अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
1.25 करोड़ नकदी के साथ वाहन लैटपटॉप समेत भारी मात्रा
में ज्वेलरी जब्त। अंतर्राज्यी ठगी का सरगना हामिद चढा पुलिस के
हत्थे। खुद को बताया दाउद का रिश्तेदार । ईडी और सीआईडी
अफसर बनकर देते थे वारदात को अंजाम। क्या गोरेगांव, पालघर,
गुुुंजा, मुम्बा, कोनगांव, मानपाड़ा, अंधेरी पश्चिम, वर्तक नगर, नासिक
के ओझर, तथा डिंडोरी के तमाम थाना क्षेत्रों में चलाया नॉन स्टॉप अभियान।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने किया मामले का खुलासा।
ईडी के अंतर्राज्यीय फर्जी अफसरों पर दुर्ग पुलिस पड़ी भारी
27 जून 2023 को अखिलेश उर्फ विनीत गुप्ता 53 निवासी जयंती नगर थाना
मोहन नगर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोग सफेद शर्ट और खाकी
रंग की पैंट पहन कर अचानक उसके दफ्तर में दाखिल हुए। इन लोगों ने खुद
को ईडी और सीबीआई का अफसर बताया । उन्होने पीड़ित के दफ्तर से
2 करोड़ रूपए नकदी समेत कुछ सामान भी साथ ले गए। ये पैसे उसने
कहीं निवेश करने के लिए रखे थे। दुर्ग पुलिस की टीम तत्काल वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा के मार्ग दर्शन में एक्शन में आई ।
एसएसपी ने अफसरों की टीम बनाई
इसके बाद एसएसपी शलभ सिन्हा ने एएसपी संजय धु्रव, आईपीएस बैभव बैंकर,
आइपीएस प्रभातकुमार, डीएसपी राजीव शर्मा तथा एसीसीयू प्रभारी संतोष मिश्रा के
मार्ग दर्शन में 6 टीमों का गठन किया। इसके बाद ये टीमें एक्शन में आई। इस टीम ने
महाराष्ट्र के मुंबई के गोरेगांव, मुंबा, गुंजा, कोनगांव, पालघर, मानपाड़ा, अंधेरी पश्चिम,
वर्तक नगर तथा नासिक के ओझर और डिंडोरी थाना क्षेत्रों में डेरा डाल दिया। इस दौरान
दुर्ग पुलिस की टीम ने कुल 2500 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक पुलिस की गाड़ियां दौड़ाई ।
किस-किस को दबोचा जानें
दुर्ग पुलिस के अफसरों ने अपने 30 घंटे के ताबड़तोड़ एक्शन में
कुल 9 लोगों को धर दबोचा। उनके कब्जे से 1.25 करोड़ से
अधिक का कैश, ज्वेलरी और सामान बरामद किया गया।
यह पहला मौका है जब किसी टीम ने इतनी बड़ी रकम इन
लोगों से बरामद करवाने में सफलता पाई है। दुर्ग के
व्यापारी अखिलेश गुप्ता के साथ-
Read More :BrekingNews अजीत आगरकर बने टीम इंडिया के नए चीफ सिलेक्टर
’ अपने मुंबई निवासी साथियों अब्दुल हमिद सैय्यद उर्फ
श्रीधर पिल्ले, जीवा आहिर, रोहित पाठक उर्फ ठाकूर,
मंगल पटेल,
कृष्णा श्रीमाली उर्फ जेठा, किशोर चौधत उर्फ कैलाश
एवं नासिक निवासी संजय आई उर्फ विजय एवं अन्य साथी राशिद,
शाहिद हासिम उर्फ आमू एवं गिरीश की पत्नि नगमा
मोहम्मद हुसैन अंसारी को धर दबोचा। इनके कब्जे से
1.25 करोड़ कैश के अलावा बड़ी मात्रा मंे ज्वेलरी और
अन्य सामान जब्त किए गए।
जीवा आहिर ने पुलिस को दिया था क्लू
जानकारी में ये बात भी सामने आई है कि आरोपियों में जीवा आहिर
ने दुर्ग पुलिस के अफसरों को हर आरोपी की शिनाख्त और उसके
मोकाम की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने इसकी तफ्तीश की।
जांच में सब कुछ सही पाया जाने पर ऑपरेशन को दिया गया अंजाम।
उसके बाद कुल 9 लोगों को पुलिस ने दबोचा। इस बीच 3 आरोपियों
को पुलिस के आने की भनक लग गई। वे मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।
हामिद सैय्यद है वारदात का सरगना
इस पूरी घटना का सरगना हामिद सैय्यद को बताया जा रहा है ।
दुर्ग पुलिस के अफसरों और जवानों ने उसको दबोच लिया।
हामिद ने बताया कि उसके पास इसी तरह के 60 से भी ज्यादा
लोगों की टीम है, जो खुद को ईडी का अफसर बताकर ऐसी
वारदातों को अंजाम दिया करते थे। सभी ने पूछताछ में अपने-
अपने गुनाहों का इकबाल कर लिया है। इन सभी को सक्षम
अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही थी। कुल
मिलाकर जिले के लोगों के साथ ही साथ प्रदेश के भी लोग
दुर्ग पुलिस के इस कारनामे की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
आईजी ने की ईनाम की घोषणा
इस मौके पर दुर्ग आईजी आनंद छाबड़ा ने पूरी टीम को बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि एसएसपी की अनुशंसा पर इस टीम उचित ईनाम
दिया जाएगा। कुल मिलाकर पुलिस की इतनी बड़ी कार्यवाही से
पूरा महकमा प्रसन्न दिखाई दे रहा है। तो वहीं जिले के तमाम
अपराधियों के चेहरे से हवाइयां उड़ती दिखाई दे रही हैं।