वर्कर को सैलरी मांगने पर जान से मारने की धमकी !
पत्रकार – महेंद्र सिंह लहरिया
इंदौर :– अब तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं हुआ है हाल के दिनों में गौरव मंगला कंपनी (ब्लैक मैंगो इंडिया डिजाइन ) के मालिक हैं उनका कहना है कि अगर कंपनी छोड़ी बहुत बुरा केस में फंसा दूंगा! तुम बच नहीं पाओगे, हम आप पर निगरानी कर रहे हैं, अब हम आपको छोड़ेंगे नहीं, अगर सैलरी मांगी या बीच मैं प्रोजेक्ट को छोड़ दिया, या प्रोजेक्ट को छोड़ने का नाम भी दिया लेया. झूठा केस लगाउगा तुम बच कर भी नहीं बचोगे ! अगर कंपनी छोड़ कर गये जान से मार देंगे पता भी नही चलेगा कि तुम हमारी कंपनी कंपनी में नौकरी करते थे ! 17-02-2024 को ब्लैक मैंगो इंडिया डिजाइन के एक सुपरवाइज़र ( महेंद्र सिंह लहरिया ) सैलरी मांगने पर एंप्लॉई को दी धमकी ! बकाया 3 महीने की सैलरी नहीं दी गई है !
अगर सैलरी मांगी तो मैं तुझे बहुत बुरे झूठे केस में फंसा दूंगा मैं तुम्हारे ऊपर पूरी तरीके से निगरानी कर रहा हूं जो महेंद्र सिंह लहरिया कहना है की सर मैंने ऐसा क्या किया हुआ है यहां जो प्रोजेक्ट को मैं देख रहा हूं उसे प्रोजेक्ट पर जितना भी सामान आता है वह आप ही की परमिशन से आता है मैं यहां पर ऐसा क्या कर रहा हूं मुझे कुछ तो बताएं तो गौरव मंगला का कहना है देख अगर ज्यादा मुंह चलाएगा तो हम तुझ पर झूठे केस दायर कर देंगे और तू बच भी नहीं पाएगा बदले में गौरव मंगला कंपनी के मालिक हैं उनका कहना है कि अगर कंपनी छोड़ी तुझे बहुत बुरा केस में फंसा दूंगा तुम बच नहीं पाओगे, आदेश दिया जिसे सेवा से बर्खास्त भी नहीं कर सकते कि अपीलकर्ता (सुपरवाइज़र) ने दो वर्षों की पूरी अवधि के दौरान अपीलकर्ता के पास आय का कोई स्रोत नहीं था। हालांकि, प्रतिवादी ने यह मामला सामने नहीं रखा है कि सेवा से हटाए जाने की तारीख से अपीलकर्ता के पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं था। इस प्रकार, छुट्टियां मांगने पर छुट्टियां भी नहीं दी जा रही है बोले जा रहे हैं कि आपको काम करना पड़ेगा ऐसे नहीं जा सकते हो अगर गए तो हम तुम पर आज ही चोरी का मामला दर्ज कर देंगे और सलाखों के पीछे डलवा देंगे फिर तुम बचकर भी नहीं बच पाओगे अगर हमें कहीं भी तुम मिल गए हम तुम्हें जान से भी मार देंगे
अपीलकर्ता ने यह स्थापित करके अपने ऊपर से बोझ हटा दिया कि वह कम से कम पूरे तरीके से निर्दोष है उसने ऐसा कोई भी गलत काम नहीं किया है जिसकी वजह से कर्मचारियों को शर्मिंदगी महसूस करने पड़े!
मामले के तथ्य अपीलकर्ता को 22 दिसम्बर 2023 को प्रतिवादी- ब्लैक मैंगो इंडिया डिजाइन द्वारा सुपरवाइज़र के रूप में नियुक्त किया गया था। मामले में हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया 17 फ़रवरी, 2024 को एक आरोप फोन कॉल कीया गया था जिसमें आरोप लगाया गया था अपीलकर्ता कि एक विशेष सुपरवाइज़र के पद के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करते समय, अपीलकर्ता को इस आधार पर बकाया वेतन देने से इनकार कर दिया कि अपीलकर्ता ने यह साबित करने के बोझ से मुक्ति नहीं ली है
वह अपनी सैलरी छोड़ दे जब एम्पलाई ने ऐसा कुछ किया ही नहीं है तो वह किन कर्म से अपनी सैलरी छोड़ें और उसे जान से मारने की धमकी दी जाती है कहा जाता है कि आपने अपनी कमीशन फिक्स कर रखे हैं तो हम सैलरी आपको क्यों दें एंप्लॉय का कहना है कि वह मुझे कोई एक प्रूफ तो दें जिसमें उसने कमीशन खाए हैं ऐसा कहीं नहीं हुआ है जहां एम्पलाई ने किसी भी प्रकार का कोई भी कमीशन फिक्स किया हो जो भी सामान आता है वह कंपनी के कहने पर ही आता है कंपनी खुद से ही भिजवाती है ऐसा कभी नहीं हुआ कोई ऐसा सामान नहीं आया उसके पास जो कि बिना कंपनी की परमिशन से उसके पास आया हो या ऐसा कोई काम नहीं किया जो की कंपनी ने मना किया हो और एम्पलाई ने वह काम करवाया हो फिर भी एंप्लॉई को झूठे आरोप में फसाया जा रहा है अगर एंप्लॉय ने खुदकुशी कर ली तब कंपनी का क्या होगा क्या कंपनी उसकी भरपाई कर पाएगी जब पानी सर से ऊपर चला जाता है तो आदमी डूब के मर ही जाता है जब यह उसका सर से ऊपर जा रहा है तो अब एम्पलाइज को पब्लिकली करना चाह रहा है कि बाहर भी तो पता चले की कंपनी क्या करती है अपने एंप्लॉई के साथ में ! क्या एंप्लॉय को न्याय मिल पाएगा !