सकालो अम्बिकापुर। 20/062025 सरगुजा टाइम्स
अम्बिकापुर बाईपास रोड निर्माण के दौरान सामने आई एक चौंकाने वाली लापरवाही ने न सिर्फ शासन-प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर किया है, बल्कि ग्राम पंचायत सकालो के सरपंच की निष्क्रियता ने भी ग्रामीणों की ज़िंदगी को संकट में डाल दिया है।
24 मई 2025 को ग्रामीणों द्वारा सरपंच एवं पंचायत को सूचित किया गया था कि बाईपास निर्माण के दौरान गुरुपद बछाड़ के घर से लेकर प्रदीप मंडल के घर के पास तक की मुख्य ग्रामीण सड़क को JCB मशीन से पूरी तरह काट दिया गया है। इस मार्ग से प्रतिदिन किसान सब्जी लेकर मंडी जाते हैं, बच्चे स्कूल, महिलाएं अस्पताल – यह रास्ता उनके जीवन की धड़कन है।
लेकिन अफ़सोस – न सरपंच ने कोई जवाब दिया, न पंचायत ने कोई कार्यवाही की। जब प्रशासन और पंचायत ने आंखें मूंद लीं, तब ग्रामीणों ने खुद ही ठेकेदार से संपर्क कर रास्ता बनवाया। ठेकेदार ने आश्वासन भी दिया कि पंचायत या उनके द्वारा जल्द मुरम-गिट्टी डालकर रास्ते को व्यवस्थित किया जाएगा। पर वादा सिर्फ़ वादा ही रह गया।

अब जब बरसात ने दस्तक दे दी है, हालात और भी भयावह हो चुके हैं:
रास्ता कीचड़ और दलदल में तब्दील हो गया है।
प्रत्येक दिन वाहन फंस रहे हैं, ट्रैक्टर से गाड़ियां खींची जा रही हैं।
बीमारों, बच्चों और बुजुर्गों का निकलना असंभव हो गया है।
और सबसे चिंताजनक – हादसों का सिलसिला लगातार जारी है।
📢 सवाल यह है —
जब पंचायत को पहले ही सूचना दी जा चुकी थी, तो आज ये मौन क्यों हैं?
क्या किसी बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार है?
क्या आम जनता की पीड़ा की कोई कीमत नहीं?
ग्रामीणों की मांग है कि इस लापरवाही के खिलाफ तत्काल संज्ञान लिया जाए, सकालो पंचायत को जवाबदेह बनाया जाए, और इस महत्वपूर्ण ग्रामीण मार्ग की तत्काल मरम्मत कराकर उसे चालू किया जाए।
यह सिर्फ़ एक रास्ता नहीं – यह लोगों की ज़िंदगी की राह है।
और आज ये राह कीचड़ में धंसी है… पंचायत की लापरवाही में घिरी है… और प्रशासन की चुप्पी में डूबी है।