Homeताजा खबरलूट/डकैती करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के विरुद्ध बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस को मिली ऐतिहासिक सफलता, रामानुजगंज स्थित राजेश ज्वेलर्श में हुई दिनदाहाडे लूट के आदतन आरोपी पुलिस के गिरफ्त में
लूट/डकैती करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के विरुद्ध बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस को मिली ऐतिहासिक सफलता, रामानुजगंज स्थित राजेश ज्वेलर्श में हुई दिनदाहाडे लूट के आदतन आरोपी पुलिस के गिरफ्त में
बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस टीम की इस बड़ी सफलता पर श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय, छत्तीसगढ़ द्वारा पूरी पुलिस टीम को बधाई देकर ईनाम देने की घोषणा की गई है।
दिनांक 11/09/2024 दिन बुधवार के दोपहर करीब 01:30 बजे हथियार बंद अज्ञात आरोपियों के
संगठित समूह द्वारा रामानुजगंज गांधी मैदान के सामने स्थित राजेश ज्वेलर्स में घुसकर प्रतिष्ठान के मालिक राजेश सोनी पिता श्री जगदीश प्रसाद सोनी, निवासी रामानुजगंज को हथियार का भय
दिखाकर चोटिल कर सोने-चाँदी के आभूषण कीमती लगभग 2 करोड 85 लाख रूपये व नगदी
रथम 07 लाख रूपये, कुल जुमला रकम करीब 2 करोड़ 92 लाख रूपये की लूट कर झारखंड की ओर भाग जाने की सूचना तथा प्रार्थी राजेश सोनी की रिपोर्ट पर थाना रामानुजगंज में दिनांक 11/09/2024 को अपराध कमांक 176/2024 धारा 309 (6) बी.एन.एस., 25, 27 आर्म्स एक्ट दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना दौरान तत्कालीन पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री राजेश अग्रवाल (भापुसे) द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुए घटना के तत्काल बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री शैलेन्द्र पाण्डेय की अध्यक्षता एवं पर्यवेक्षण में प्रकरण की विवेचना तथा आरोपियों की धर-पकड़ एवं लूट किए गए माल-मशरूका को बरामद करने हेतु पुलिस टीम का गठन कर झारखंड, बिहार के
संर्दिग्ध स्थानों पर जहां ओरोपियों के बारे में पता चलने की संभावना थी, उन सभी स्थानों पर भेज कर आरोपियों की हर संभव पता-तलाश की जा रही थी। विवेचना दौरान घटना एवं आरोपियों
के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य पाए गए जिसके आधार पर पुलिस द्वारा कार्य शुरू किया गया।
नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर (भापुसे) द्वारा पदभार ग्रहण करने के तुरन्त बाद राजेश ज्वेलर्स में हुई लूट की घटना के सभी बिन्दुओं का विस्तृत अध्यन अवलोकन कर प्रकरण संबंधी समस्त जानकारियां एकत्र की गई विवेचना में आए तथ्यों एवं साइबर सेल के माध्यम से मिली टैक्निकल जानकारी के आधार पर आरोपियों की धर-पकड़ एवं लूट किए गए माल-मशरूका को बरामद करने हेतु पृथक-पृथक टीमों का गठन कर पुलिस टीमों को आरोपियों के संभावित स्थानों झारखंड, बिहार, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब के लिए रवाना किया गया। पुलिस टीमों द्वारा अथक मेहनत एवं साइबर सेल के जरिए घटना में शामिल 05 मुख्य अरोपियों की पहचान कर ली गई। विवेचना दौरान कार्य की अधिकता तथा प्रकरण के शीघ्र निकाल हेतु अतिरिक्त पुलिस बल इस कार्य में लगाया गया।
दिल्ली से मुख्य अरोपी मोनू सोनी उर्फ राज सोनी उर्फ बुकी, उम्र 24 वर्ष एवं उसका भाई घटना का मास्टर मांइंड सोनू सोनी, दोनों निवासी ग्राम चैनपुर, थाना चैनपुर, जिला पलामू तथा उसके मामा अरविन्द सोनी को दिल्ली पुलिस के सहयोग से अपने कब्जे में लिया गया।
पुलिस टीम द्वारा हिरासम में लिए गए दोनों आरोपियों से घटना में शामिल अन्य अरोपियों तथा घटना के समय लूटे गए माल-मशरूका के संबंध में कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ पर मोनू सोनी एवं सोनू सोनी के निसानदेही पर घटना की कुछ मशरूका रखने वाली सोनू की गर्लफैण्ड अंजनी एक्का को मोहाली से पुलिस कब्जे में लिया गया।
आरोपियों की निशानदेही एवं टैक्निकल संसाधनों की मदद् से घटना के फरार 02 मुख्य अरोपी राहुल मेहता, निवासी महावीरगंज, थाना अम्बा, जिला औरंगाबाद एवं विक्की सिंह, उम्र 24 वर्ष, निवासी ग्राम जमुआ, याना अम्बा, जिला औरंगाबाद को औरंगाबाद से पुलिस कब्जे में लिया गया। प्रकरण के 02 अरोपियों की गिरफ्तारी शेष है।
सम्पूर्ण कार्यवाही के दौरान श्रीमान अंकित गर्ग (भा.पु.से), पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा के कुशल मार्गदर्शन में तथा श्री वैभव बैंकर (भा.पु.से), पुलिस अधीक्षक बलरामपुर-रामानुजगंज, श्री शैलेन्द्र पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामपुर एवं श्री याकूब मेमन, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, रामानुजगंज के नेतृत्व में सभी पुलिस टीमों द्वारा घटना के बाद पिछले 03 सप्ताह से लगातार बेहतरीन तालमेल का नमूना पेश करते हुए आरोपियों के छिपने के हर संभावित स्थलों पर कैम्प कर बारिकी से सर्चिग एवं चेकिंग करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। तकनीकी आधार पर बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस की साइबर टीम द्वारा लगातार दिन-रात काम कर आरोपियों के क्लू दूढ़ने में डटी रही, जिसमें टीम द्वारा बेहतरीन ताल-मेल का नमूना पेश करते हुए प्रकरण के आरोपी सोनू सोनी जो सम्पूर्ण घटना का मास्टर प्लानर या, मोनू सोनी उर्फ बुकी, उसका मामा अरविन्द सोनी, आरोपी सोनू की गर्लफैण्ड अंजनी एक्का एवं अन्य को दिल्ली एवं मोहाली से कब्जे में लिया गया। आरोपियों से सघन पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त घटना को प्लान कर मोनू सोनी उर्फ बुकी एवं उसके साथियों द्वारा प्लान के मुताबिक घटना को अंजाम दिया गया। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद प्लान के मुताबिक सभी पार्यो आरोपी अलग-अलग रास्ते से झारखंड के बरवाडीह रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां प्लान के मुताबिक घटना का मास्टर प्लानर सोनू सोनी एवं डबलू गुप्ता बोलेरो वाहन लेकर खड़े थे। इनके द्वारा प्रकरण में लूट की गई सम्पत्तियों का आपस में बंटवारा कर आरोपी राहुल मेहता व राधेश्याम पासवान पटना चले गए तथा सोनू एवं मोनू सोनी अपने मामा अरविन्द सोनी से मिले जहां पर कुछ जेवर को अरविन्द सोनी के घर पर गला दिए तथा सोने को छुपाने के लिए मोनू के घर चैनपुर में जमीन में गाड़ दिया गया। इसी प्रकार आरोपी राहुल अपने हिस्से के जेवरात को अपने गांव महाबीरगंज में नदी के पास छिपा दिया था, इसी प्रकार आरोपी विक्की सिंह अपने हिस्से के जेवर को घर में टीनसेड के नीचे छुपा दिया था। अरोपी सोनू के द्वारा कुछ जेवर को अपने मामा अरविन्द सोनी के माध्यम से बेच कर उससे प्राप्त रकम करीब 5 लाख 80 हजार रूपये को अपनी गर्लफैण्ड अंजनी एक्का के एकाउंट में जमा कराया गया था
जिसे पुलिस टीम द्वारा विवेचना एवं धर-पकड़ के दौरान फीज कराया गया। सोनू का मामा अरविन्द सोनी अपने हिस्से के जेवर को अपने दुकान एवं ससुराल में छिपा कर रखा था, जिसे पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया।