अंबिकापुर ——
अम्बिकापुर 30 नवंबर 2023/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एन गुप्ता के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से विकासखण्ड अम्बिकापुर के ग्राम बिशुनपुर के पंचायत भवन में गुरुवार को राष्ट्रीय मानसिक रोकथाम कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होलीक्रॉस वुमेन्स सोशल वर्क विभाग के सहयोग से शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ एवं मानसिक रोग से बचाव तथा तम्बाकू के दुष्परिणाम के संबंध में विस्तार से बताया गया। शिविर में लगभग 200 लोगों का पंजीयन कर उन्हें तम्बाकू नशा मुक्ति संबंधी परामर्श प्रदान किया गया साथ ही तम्बाकू सेवन करने वाले व्यक्तियों को मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र में दवाईयां एवं उचित उपचार की सलाह दी गई। इस दौरान जिला सहायक नोडल डॉ राजप्रीत कौर, जिला सलाहकार श्री हनी गॉटलिब,सोशल वर्कर श्रीमती रानू गुप्ता, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सि शांता जोसेफ, समाजकार्य विभाग की विभागाध्यक्ष अलमा मिंज, सहायक प्राध्यापक प्रेरणा लकड़ा एवं अंजना तथा छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
जिला सहायक नोडल डॉ कौर ने आमजनों को तम्बाकू के सेवन से होने वाली बिमारियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि गुढाखू अथवा तम्बाकूयुक्त पदार्थ का सेवन कैंसर व गैर संचारी रोग संबंधी बिमारी का कारण बनता है। उन्होने कहा कि कई सारे मरीज ऐसे होते हुए जो इसे छोड़ना चाहते है किन्तु उचित मार्गदर्शन न होने की स्थिति में संभव नही हो पाता। उन्होंने बताया कि आमजन किसी भी दिन अपनी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क कर तम्बाकू छोड़ने एवं उससे छोड़ने हेतु उपयोग में आने वाली दवाईयां जानकारी प्राप्त कर सकते है। तम्बाकू के सेवन से कई समस्या होती है, धुंआ रहित तंबाकू मुख कैंसर का प्रमुख कारण है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति में नशे की अन्य आदतों वाले पदार्थों द्वारा गतिविधियों में सहनशीलता विकसित होती हैं। तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करें, तंबाकू उत्पादों के उत्पादन और आपूर्ति को कम करना, सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन और आपूर्ति और वितरण का निषेध) अधिनियम, 2003 (COTPA) के तहत प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित कराना तथा तंबाकू का सेवन छोड़ने में लोगों की मदद करें।
बता दें कि पूरे भारत में तम्बाकू नियंत्रण कानून (COTPA ACT2003) को लागू करने के लिए वर्ष 2007-08 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (NTCP) की शुरुआत की गई, ताकि तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे मे जनसामान्य में अधिक से अधिक जागरूकता लाया जा सके।