व्याख्याता : क्या है एमएसपी जिसकी मांग लेकर फिर दिल्ली आ रहे किसान? इस बार टिकैत नहीं कौन है नेता
रिपोर्टर महेंद्र सिंह लहरिया
किसानों का विरोध : उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों के किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं. 13 फरवरी से शुरू हो रहे किसानों के ‘दिल्ली चलो’ (दिल्ली चलो) आंदोलन में 150 से ज्यादा संगठन शामिल हैं. 2020-21 में जब किसान आंदोलन हुआ था, तब किसानों को दिल्ली में घुसने की इजाजत मिल गई थी, लेकिन इस बार पहले से धारा 144 लगा दी गई है. दिल्ली की सारी सीमाएं सील कर दी गई हैं. इस बार के किसान आंदोलन (किसानों का विरोध 2.0) के चेहरे भी बदल गए हैं.
इस बार किसानों की जो सबसे प्रमुख मांग है वह एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य से जुड़ी है. किसानों की मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए और सभी फसलों को एमएसपी के दायरे में लाया जाए. इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर फसल की खरीद को अपराध घोषित किया जाए.
तो क्या है एमएसपी, किन फसलों पर मिलती है, कौन देता है? समझते हैं इस व्याख्याता में…
आखिर क्या है एमएसपी? (एमएसपी या न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है?)
एमएसपी यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (न्यूनतम समर्थन मूल्य) या न्यूनतम समर्थन मूल्य. एमएसपी वह दर है जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीदती है. यह किसानों की उत्पादन लागत से कम से कम डेढ़ गुना अधिक होती है. केंद्र सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत(फसल दरें)तय करती है. किसान को अपनी फसल की एमएसपी (एमएसपी) के तहत निर्धारित कीमत मिलती ही मिलती है, चाहे बाजार में दाम जो हो.
इसको और सरल शब्दों में कहें तो मान लीजिये कि किसी फसल की एमएसपी 20 रुपये तय की गई है, और बाजार में वो फसल 15 रुपये में बिक रही है तो भी सरकार, किसानों से उस फसल कों 20 रुपये में ही खरीदेगी.
एकता किसान यूनियन शक्ति संगठन की एक है मीटिंग
एकता किसान यूनियन शक्ति संगठन की एक है मीटिंग जनपद बागपत में महिला सभा की जिला अध्यक्ष कविता गिरी के निवास पर की गई जिसमें मुख्य रूप से प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव एकता किसान शक्ति मोहम्मद नफीस सिद्दीकी जी ने अपने विचार रखें और आने वाले 18 तारीख दिन रविवार के बारे में चर्चा की गई 18 तारीख को एकता किसान यूनियन शक्ति संगठन की अहम मीटिंग नोएडा सेक्टर 65 में होने वाली है जिस पर आज रोशनी डाली गई है और कार्यकर्ताओं से मिलकर उनको जानकारी दी गई है सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपनी जिम्मेदारी को समझा एकता किसान शक्ति के प्रदेश महासचिव परवेज मलिक एकता किसान यूनियन शक्ति के जिला अध्यक्ष इसरार मलिक एकता किसान यूनियन शक्ति के जिले के कार्यकर्ता आबिद अली शहनाज बिलगीज गुलफाना कनीजा इमराना मोनिका सरवरी पिंकी संगीता श्यामवटी कविता कुन्ती दिलशना आदि मौजूद रहे !